Indian Railway News: कोरोना से जान गंवाने वाले रेल कर्मियों के आश्रितों को मिलेगी नौकरी

पढ़िए  दैनिक जागरण की ये खबर…

किसी पद पर नियुक्त करने से पहले आवेदक की शैक्षणिक योग्यता से संबंधित दस्तावेज की जांच के साथ ही लिखित परीक्षा व साक्षात्कार भी होगा। इसमें सफल रहने पर दो जुलाई को मेडिकल जांच होगी। परीक्षा की तैयारी के लिए 23 व 24 जून को ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित होंगे।

नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए कई रेल कर्मचारियों की जान चली गई है। उनके स्वजनों की सहायता के लिए रेल प्रशासन ने कदम बढाया है। मृत कर्मचारी के स्वजनों को आर्थिक सहायता करने के साथ ही आश्रित को नौकरी देने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। आश्रित को उसकी योग्यता के अनुसार रेलवे में किसी पद पर नियुक्ति मिलेगी। इस काम में देरी न हो इसके लिए प्रत्येक मंडल में शिविर लगाने का फैसला किया गया है। कोरोना महामारी के बीच रेल कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। ट्रेनों की आवाजाही और माल ढुलाई सुनिश्चित करने के लिए कर्मचारी काम कर रहे थे। देशभर में आक्सीजन की कमी दूर करने के लिए विशेष आक्सीजन एक्सप्रेस चलाई जा रही है। अपना कर्तव्य निभाते हुए हजारों की संख्या में रेल कर्मचारी संक्रमित हुए और कई लोगों की जान चली गई।

इस पर कर्मचारी संगठनों का कहना है कि देशभर में दो हजार के करीब कर्मचारियों की कोरोना से मृत्यु हुई है। सिर्फ दिल्ली मंडल में 75 रेल कर्माचारियों की जान चली गई है। कर्मचारी संगठन स्वास्थ्य व अन्य विभागों के कर्मचारियों की तरह रेलकर्मी को भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले योद्धा का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर कर्मचारी संगठन आंदोलन भी कर रहे हैं। इन्हें टीकाकरण में प्राथमिकता देने के साथ ही किसी कर्मचारी की मृत्यु होने पर उसके स्वजन को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। सरकार ने उन्हें कोरोना योद्धा का दर्जा तो नहीं दिया है, लेकिन रेल प्रशासन उनके स्वजनों की तकलीफ कम करने के लिए कदम उठा रहा है।

मृतक कर्मचारियों के स्वजन को आर्थिक सहायता व नौकरी देने से संबंधित मामलों के निपटारा के लिए उत्तर रेलवे के सभी मंडलों में 28 जून को विशेष शिविर लगेगा। किसी पद पर नियुक्त करने से पहले आवेदक की शैक्षणिक योग्यता से संबंधित दस्तावेज की जांच के साथ ही लिखित परीक्षा व साक्षात्कार भी होगा। इसमें सफल रहने पर दो जुलाई को मेडिकल जांच होगी। परीक्षा की तैयारी के लिए 23 व 24 जून को ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन के अध्यक्ष एसएन मलिक ने कहा कि सरकार को रेल कर्मचारियों को कोरोना योद्धा घोषित करना चाहिए। काफी संख्या में सेवानिवृत्त कर्मचारियों को रेलवे के अलग-अलग विभागों तैनात किया गया है। इनमें से किसी की मौत होती है तो उनके आश्रितों को भी उचित मुआवजा मिलना चाहिए। साभार-दैनिक जागरण

आपका साथ – इन खबरों के बारे आपकी क्या राय है। हमें फेसबुक पर कमेंट बॉक्स में लिखकर बताएं। शहर से लेकर देश तक की ताजा खबरें व वीडियो देखने लिए हमारे इस फेसबुक पेज को लाइक करें। हमारा न्यूज़ चैनल सबस्क्राइब करने के लिए यहाँ क्लिक करें।

Follow us on Facebook http://facebook.com/HamaraGhaziabad
Follow us on Twitter http://twitter.com/HamaraGhaziabad

Discussion about this post

  • Trending
  • Comments
  • Latest

Recent News

error: Content is protected !!
Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?